पारदर्शिता के ज़रिए ज़िम्मेदारी लेना
हमारा मानना है कि अगर निजता बनाए रखने, सुरक्षा देने, और जानकारी देने के हमारे तरीकों के बारे में लोगों को साफ़ तौर पर बताया जाए, तो उनका भरोसा बढ़ता है. साथ ही, हम वेब को और भी सुरक्षित बनाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, हम पारदर्शिता रिपोर्ट उपलब्ध कराते हैं. साथ ही, हम यह भी बताते हैं कि Google के सभी प्रॉडक्ट और सेवाओं में, कॉन्टेंट के सुझावों की सुविधा किस तरह काम करती है.
पारदर्शिता रिपोर्ट को बेहतर तरीके से समझना
हमने करीब एक दशक पहले अपनी पहली पारदर्शिता रिपोर्ट लॉन्च की थी. इसका मकसद, उपयोगकर्ताओं को यह बताना था कि किसी भी तरह की जानकारी के ऐक्सेस पर सरकार की नीति का क्या असर पड़ता है. यह रिपोर्ट, ऑनलाइन प्लैटफ़ॉर्म पर बिना किसी पाबंदी के सूचनाओं के फ़्लो से जुड़ी जानकारी भी देती है. हम कई तरह की पारदर्शिता रिपोर्ट पब्लिश करते हैं, जिनमें Google के काम करने के तरीके की जानकारी दी जाती है. इन रिपोर्ट में, सरकारी अनुरोधों पर हमारे जवाब से लेकर हमारे सभी प्रॉडक्ट और सेवाओं के लिए कॉन्टेंट मॉडरेशन के तरीकों तक की जानकारी होती है.
हमने करीब एक दशक पहले अपनी पहली पारदर्शिता रिपोर्ट लॉन्च की थी. इसका मकसद, उपयोगकर्ताओं को यह बताना था कि किसी भी तरह की जानकारी के ऐक्सेस पर सरकार की नीति का क्या असर पड़ता है. यह रिपोर्ट, ऑनलाइन प्लैटफ़ॉर्म पर बिना किसी पाबंदी के सूचनाओं के फ़्लो से जुड़ी जानकारी भी देती है. हम कई तरह की पारदर्शिता रिपोर्ट पब्लिश करते हैं, जिनमें Google के काम करने के तरीके की जानकारी दी जाती है. इन रिपोर्ट में, सरकारी अनुरोधों पर हमारे जवाब से लेकर हमारे सभी प्रॉडक्ट और सेवाओं के लिए कॉन्टेंट मॉडरेशन के तरीकों तक की जानकारी होती है.
हम कॉन्टेंट का सुझाव कैसे देते हैं, इसके बारे में जानें
हम ऐसे सिस्टम बनाते हैं जो लगातार अपडेट होते हैं, ताकि लोगों को उनके काम का कॉन्टेंट मिले और उनकी ज़रूरत के हिसाब से नतीजे दिखें. प्रॉडक्ट और सेवाओं को लोगों के हिसाब से बनाए रखने में सुझावों की अहम भूमिका होती है. इनके ज़रिए, दर्शकों को भरोसेमंद जानकारी मिलती है. साथ ही, नुकसान पहुंचाने वाले या गैर-कानूनी कॉन्टेंट दिखने की संभावना कम हो जाती है.
हम ऐसे सिस्टम बनाते हैं जो लगातार अपडेट होते हैं, ताकि लोगों को उनके काम का कॉन्टेंट मिले और उनकी ज़रूरत के हिसाब से नतीजे दिखें. प्रॉडक्ट और सेवाओं को लोगों के हिसाब से बनाए रखने में सुझावों की अहम भूमिका होती है. इनके ज़रिए, दर्शकों को भरोसेमंद जानकारी मिलती है. साथ ही, नुकसान पहुंचाने वाले या गैर-कानूनी कॉन्टेंट दिखने की संभावना कम हो जाती है.
जानें कि अलग-अलग चीज़ें, कॉन्टेंट के सुझावों पर कैसे असर डालती हैं
कोई भी प्रॉडक्ट कुछ ज़रूरी पैरामीटर, फ़ैक्टर और सिग्नल को ध्यान में रखते हुए कॉन्टेंट का सुझाव देता है. ये सब चीज़ें एक साथ मिलकर आपके नतीजों पर असर डालती हैं. जानें कि कॉन्टेंट का सुझाव देने के लिए, अलग-अलग प्रॉडक्ट में क्या तरीके अपनाए जाते हैं. साथ ही, यह जानें कि अपनी सेटिंग में बदलाव कैसे किया जा सकता है.
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
कोई प्रॉडक्ट चुनें
Google Ads
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Assistant
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
Travel
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.
YouTube
Google Ads
किसी व्यक्ति को दिखने वाला Google विज्ञापन, उसकी दिलचस्पी के मुताबिक हो भी सकता है और नहीं भी. लोगों की दिलचस्पी के मुताबिक दिखने वाले विज्ञापन, इन पैरामीटर के हिसाब से बनाए जाते हैं:
- मेरा विज्ञापन केंद्र पर चुनी गई, ब्रैंड और विज्ञापन के विषय जैसी चीज़ों पर किसी व्यक्ति की पसंद. लोगों के पास यह विकल्प होता है कि वे अपनी पसंद के विषय और ब्रैंड चुनकर, उनसे जुड़े कम या ज़्यादा विज्ञापन देख सकें.
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है.
Google खाते में साइन इन होने पर, लोग मेरा विज्ञापन केंद्र पर जाकर, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन देखने की सेटिंग चालू या बंद कर सकते हैं. अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, मेरा विज्ञापन केंद्र के सहायता पेज पर जाएं.
Google Assistant
लोगों के सवाल पूछने या कोई कार्रवाई करने के लिए कहने पर, Google Assistant उनके अनुरोधों का जवाब सबसे सही तरीके से देने की कोशिश करती है. उदाहरण के लिए, Assistant लोगों को Google के अन्य प्रॉडक्ट पर की गई उनकी गतिविधि के आधार पर रेसिपी के सुझाव दे सकती है. ये सुझाव किसी भी प्लैटफ़ॉर्म पर की गई गतिविधियों पर आधारित हो सकते हैं. जैसे, YouTube Music पर बनाई निजी प्लेलिस्ट, पसंद किए गए गाने, अपलोड किया गया या लाइब्रेरी में सेव किया गया कॉन्टेंट. इसके अलावा, Search या Actions on Google पर लोगों के हिसाब से दिए गए खोज के नतीजों के आधार पर भी ये सुझाव दिखाए जा सकते हैं.
Google Assistant का इस्तेमाल करते समय, लोगों को कार्रवाई करने के सुझाव मिल सकते हैं. इन सुझावों की मदद से वे कोई कार्रवाई कर सकते हैं या जवाब के बारे में ज़्यादा जान सकते हैं. कार्रवाई के सुझावों की मदद से, लोगों को उनके हिसाब से बनाया गया काम का अनुभव मिलता है. ऐसा हो सकता है कि सुझाव देने के लिए, हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करते समय लोगों की कुछ जानकारी सेव की जाए. जैसे, Google Assistant से पूछे गए उनके सवाल या Google Calendar में जोड़े गए इवेंट की जानकारी. कार्रवाई के सुझाव, ऐसे सवालों के आधार पर भी दिखाए जा सकते हैं जिन्हें लोग अक्सर पूछते हैं.
हालांकि, लोग अपनी पुरानी गतिविधियों को मिटाकर या निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को चालू या बंद करके, यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किस तरह की कार्रवाई के सुझाव दिखाए जाएं. साथ ही, वे गतिविधि कंट्रोल में जाकर यह तय कर सकते हैं कि उनकी कौनसी गतिविधि Google खाते में सेव की जाए.
कार्रवाई के सुझाव कैसे दिए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Assistant के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Play
Google Play लोगों को सबसे काम के नतीजे दिखाता है, ताकि उन्हें ऐसे ऐप्लिकेशन मिल सकें जिनको इस्तेमाल करने का अनुभव बेहतर हो. Google Play, सबसे पहले अच्छी-क्वालिटी वाले ऐप्लिकेशन दिखाता है जिन्हें ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. खोज के नतीजों में कौनसे ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, कितने ऐप्लिकेशन दिखाने हैं, और वे नतीजों में कैसे दिखेंगे, ये सभी बातें कई चीज़ों पर निर्भर करती हैं. जैसे:
- ऐप्लिकेशन कितने काम का है: हम खोज के हिसाब से काम के ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. इसके अलावा, कोई व्यक्ति जिस पेज पर होता है, वहां हम उस पेज के हिसाब से ऐप्लिकेशन दिखाते हैं
- ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने के अनुभव की क्वालिटी: हम अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव देने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव, कई चीज़ों के हिसाब से तय होता है. जैसे, ऐप्लिकेशन का डिज़ाइन
- एडिटोरियल वैल्यू: हम ऐसे ऐप्लिकेशन के सुझाव तैयार करते हैं जो दिलचस्प और खास हों
- विज्ञापन: जब डेवलपर अपने ऐप्लिकेशन का विज्ञापन दिखाते हैं, तो हम यह पक्का करते हैं कि विज्ञापनों को सही जगहों पर दिखाया जाए
- उपयोगकर्ता अनुभव: हम Play Store पर बेहतरीन परफ़ॉर्म करने वाले ऐप्लिकेशन दिखाते हैं. साथ ही, हम उन ऐप्लिकेशन को दिखाते हैं जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद लोगों का अनुभव लगातार बेहतर होता है
इन सभी चीज़ों को आपके डिवाइस, आपकी प्राथमिकता, और Google Play पर आपकी खोज के हिसाब से अलग-अलग वैल्यू दी जाती है.
लोग अपने Google खाते की गतिविधि कंट्रोल सेटिंग में जाकर, यह तय कर सकते हैं कि उनको मिलने वाले अनुभव को, कैसे उनके हिसाब से बनाया जाए. वे चाहें, तो वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग बंद करके या पिछली गतिविधियों का डेटा मिटाकर, उनके हिसाब से मिलने वाले अनुभव की सुविधा बंद कर सकते हैं.
Google Play पर सुझाव किस हिसाब से दिखाए जाते हैं, इस बारे में ज़्यादा जानने के लिए, Google Play के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Search
Google का रैकिंग सिस्टम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह Search के हमारे इंडेक्स में अरबों वेबपेजों और अन्य कॉन्टेंट को क्रम से लगाता है, ताकि आपको चुटकियों में अपने सबसे काम का और उपयोगी कॉन्टेंट मिल सके. लोगों को सबसे उपयोगी जानकारी देने के लिए Search के एल्गोरिदम कई चीज़ों और सिग्नल पर ध्यान देते हैं. इनमें आपकी क्वेरी के शब्द, पेजों का उपयोगी और ज़रूरत के मुताबिक होना, स्रोतों की खासियत के साथ-साथ, आपकी जगह की जानकारी और सेटिंग शामिल हैं. हर चीज़ पर लागू होने वाली विशेषता में आपकी क्वेरी के हिसाब से फ़र्क़ होता है. जैसे, मौजूद खबरों के विषयों पर क्वेरी का जवाब देने में, उसकी डिक्शनरी में दी गई परिभाषा के मुकाबले कॉन्टेंट का नया होना ज़्यादा अहम भूमिका निभाता है.
उन खास बातों के बारे में जानें जो आपकी क्वेरी के लिए मिलने वाले नतीजों को तय करती हैं. जैसे, क्वेरी का मतलब, वह किस काम की है, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता, उपयोगकर्ता की सेटिंग, और उसका कॉन्टेक्स्ट. इनके बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यहां जाएं.
डिस्कवर
'डिस्कवर' की मदद से लोगों को, बिना खोज किए उनकी दिलचस्पी के हिसाब से अपडेट मिल सकते हैं. जैसे, उनके पसंदीदा खेल की किसी टीम की जानकारी या उनकी पसंदीदा समाचार साइट के बारे में अपडेट. 'डिस्कवर' की सुविधा कई प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध है. जैसे, Google app पर, Android फ़ोन या टैबलेट के ब्राउज़र में google.com पर, और कुछ डिवाइसों में होम स्क्रीन को दाएं स्वाइप करने पर.
Google, डिवाइस और Google के अन्य प्रॉडक्ट में मौजूद लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके तय करता है कि उन्हें 'डिस्कवर' में किस तरह का कॉन्टेंट दिखाना है. Google इसके लिए, लोगों के Google खाते में मौजूद डेटा का भी इस्तेमाल करता है. यह डेटा, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि, जगह की जानकारी का इतिहास, और जगह की जानकारी के लिए की गई सेटिंग के आधार पर सेव होता है. लोग गतिविधि कंट्रोल पेज पर जाकर इनकी सेटिंग को बदल सकते हैं या इन्हें चालू या बंद कर सकते हैं. अगर वे अपने हिसाब से चुनी गई खबरें नहीं देखना चाहते, तो अपने Google खाते के डेटा और निजता सेक्शन में जाकर या 'डिस्कवर' को बंद करना पेज पर बताए गए तरीके से निजी खोज नतीजे पाने की सुविधा को बंद कर सकते हैं.
'डिस्कवर' में अपने हिसाब से चीज़ें देखने के तरीकों के बारे में जानने के लिए, Google Search के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Shopping
शॉपिंग विज्ञापन
डिफ़ॉल्ट रूप से, Shopping विज्ञापनों की रैंकिंग इस बात के हिसाब से तय की जाती है कि विज्ञापन देने वालों की बिड क्या है और विज्ञापन कितने काम का है. जैसे, लोगों ने फ़िलहाल खोज के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है और उनकी गतिविधि के इतिहास के हिसाब से तय होता है कि विज्ञापन कितने काम का है.
Google पर लोगों को उनकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन, कई पैरामीटर के आधार पर दिखाए जाते हैं. जैसे:
- लोगों के बारे में जानकारी, जैसे कि उनकी उम्र, लिंग, और वह जानकारी जो उन्होंने अपने Google खाते में जोड़ी है
- लोगों के Google खाते में सेव की गई गतिविधि, जिसमें Google Search या Shopping टैब पर की गई खोज और YouTube पर देखे गए वीडियो शामिल हैं. इसके अलावा, यह भी देखा जाता है कि Android डिवाइस पर उन्होंने कौनसे ऐप्लिकेशन इंस्टॉल किए और किन विज्ञापनों या कॉन्टेंट से इंटरैक्ट किया
- लोगों के Google खाते में सेव उस गतिविधि की जानकारी जो उन्होंने Google की पार्टनर साइटों पर की है
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग
मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग की मदद से, ग्राहक कोई प्रॉडक्ट, Google के सभी प्लैटफ़ॉर्म पर, खोज के नतीजों में देख पाते हैं. जैसे, Shopping टैब, YouTube, Google Search (.com), Google Images, और Google Lens. ऑफ़र को रैंकिग, खरीदारी से जुड़े ग्राहक के कुल अनुभव का अनुमान लगाकर दी जाती है. इसमें यह देखा जाता है कि खोज के नतीजे ग्राहक की क्वेरी के हिसाब से कितने सही हैं. इसमें यह भी ध्यान रखा जाता है कि प्रॉडक्ट और/या व्यापारी/कंपनी/कारोबारी के साथ ग्राहक का अनुभव कैसा रहा. अगर इनके अलावा किसी और चीज़ के आधार पर रैंकिंग की जाती है, तो उसके बारे में भी बताया जाता है. इसके अलावा, बेहतर नतीजे दिखाने के लिए Google, Web Search, Shopping टैब, और इमेज सर्च पर ग्राहक की ब्राउज़िंग गतिविधि का भी इस्तेमाल करता है. इस गतिविधि में, Google Search पर की गई खोजों और खोज नतीजों के पेज पर किए गए क्लिक शामिल हैं.
लोगों की पसंद के आधार पर, प्रॉडक्ट के सुझाव देने और उन्हें रिमाइंडर भेजने के लिए, Google पर की गई पिछली गतिविधि का भी इस्तेमाल किया जाता है.
शॉपिंग विज्ञापन और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग, दोनों के लिए लोग अपने अनुभव को मनमुताबिक बना सकते हैं. इसके लिए, वे अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाकर, 'वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि' और दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद कर सकते हैं या अपनी गतिविधियों के इतिहास को मिटा सकते हैं.
अगर उन्होंने अपने Google खाते में साइन इन नहीं किया है, तो उन्हें दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन की सेटिंग को बंद करने के लिए, विज्ञापन की सेटिंग में जाना होगा. यहां से वे Search, YouTube और Web Search के लिए, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन दिखाने की सेटिंग को चालू या बंद कर सकते हैं.
अपनी पसंद के हिसाब से खोज के नतीजे पाने और सुझाव देखने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, Google Shopping के सहायता केंद्र पर जाएं.
Google Travel
होटल
जब लोग Google पर होटल के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में होटलों की सूची दिखती है और एक मैप दिखता है, जिस पर उन होटलों की जगह की जानकारी मौजूद होती है. डिफ़ॉल्ट रूप से, खोज के नतीजों में, काम के नतीजे सबसे पहले दिखाए जाते हैं. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, खोज के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द और होटलों से जुड़े अलग-अलग पहलू जैसे कि जगह, किराया, उपयोगकर्ता रेटिंग, और समीक्षाएं. ये नतीजे, लोगों की ब्राउज़िंग गतिविधि के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं. इन गतिविधियों में Google पर की गई हाल ही की खोजें और इससे पहले की गई बुकिंग की जानकारी शामिल होती है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब खोज करने वाले व्यक्ति ने साइन इन किया हो और खाते की सेटिंग में गतिविधियां सेव करने की अनुमति दी गई हो.
यह मुमकिन है कि लोगों को खोज के नतीजों में सबसे ऊपर, पैसे देकर दिखाए जाने वाले एक या ज़्यादा विज्ञापन दिखें. हालांकि, ऐसे विज्ञापनों पर “विज्ञापन” बैज और विज्ञापन देने वाले का नाम दिखता है. इन विज्ञापनों को नीलामी के आधार पर चुना जाता है और रैंकिंग दी जाती है. Google, इसमें बोलियों और विज्ञापन की क्वालिटी को ध्यान में रखता है. ये विज्ञापन तभी दिखाए जाते हैं, जब ये खोज क्वेरी के हिसाब से काम के हों और इनसे खोज के नतीजों पर कोई असर न पड़ता हो.
लोग अपने हिसाब से नतीजे देखने के लिए, खोज और ऐप्लिकेशन में की गई गतिविधि से जुड़ी सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं. इसके लिए, उन्हें अपने Google खाते में गतिविधि कंट्रोल पर जाना होगा. यहां से वे, वेब और ऐप्लिकेशन गतिविधि की सेटिंग को बंद करके या पुरानी गतिविधियों का डेटा मिटाकर, कॉन्टेंट को मनमुताबिक बनाने की प्रक्रिया को बंद कर सकते हैं. वे निजी खोज नतीजे और Gmail सेटिंग को भी बदल सकते हैं.
Flights
Google Flights पर जब लोग फ़्लाइट के बारे में खोजते हैं, तो उन्हें नतीजों में अपने-आप “सबसे अच्छी फ़्लाइट” को क्रम से दिखाया जाता है. यह क्रम किफ़ायती किराये, दूरी, फ़्लाइट का समय वगैरह के हिसाब से दिखाया जाता है. “जाने वाली फ़्लाइट के सबसे अच्छे विकल्प” किराये और सुविधा से जुड़ी अन्य चीज़ों के तालमेल के आधार पर दिखाए जाते हैं. इनमें, यात्रा का कुल समय, स्टॉप की संख्या, और फ़्लाइट बदलने के प्रतीक्षा समय के दौरान दूसरे एयरपोर्ट पर जाना शामिल है. जाने वाली अन्य फ़्लाइट, किराये के हिसाब से बढ़ते हुए क्रम में दिखाई जाती हैं. जिन फ़्लाइट की कीमत की जानकारी उपलब्ध नहीं होती वे इस क्रम में सबसे नीचे दिखती हैं.
अपनी यात्रा की योजना चुन लेने के बाद, लोगों को टिकट बुक करने के लिए, हमारी एयरलाइन और ओटीए पार्टनर के एक या उससे ज़्यादा लिंक दिख सकते हैं. बुकिंग लिंक की रैकिंग कई चीज़ों के आधार पर तय होती है. जैसे, लिंक पर कीमत की जानकारी है या नहीं, Google flights पर पार्टनर ने फ़्लाइट के लिए कितना किराया तय किया है, लिंक से लोगों को मोबाइल-फ़्रेंडली वेबसाइट पर भेजा जा रहा है या नहीं, और यह लिंक एयरलाइन कंपनी की वेबसाइट का है या नहीं. इसके अलावा, लिंक का टाइप और उसकी क्वालिटी के आधार पर भी रैकिंग तय होती है.
होटल खोजने की सुविधा के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, यात्रा सहायता केंद्र के 'होटल' टैब पर जाएं. Google पर सबसे अच्छी फ़्लाइट की रैंकिंग के बारे में ज़्यादा जानने के लिए यात्रा सहायता केंद्र के 'फ़्लाइट' टैब पर जाएं.
YouTube
हम YouTube पर वीडियो का सुझाव देने वाले सिस्टम को लगातार बेहतर कर रहे हैं. इसके लिए हम रोज़ाना 80 अरब तरह की जानकारी से सीखते हैं, जिन्हें हम सिग्नल कहते हैं. इसमें लोगों का वीडियो देखने और खोजने का इतिहास (अगर इसे सेव करने की सेटिंग चालू है, तो), चैनल की सदस्यताएं, और वीडियो देखने का कुल समय जैसी जानकारी शामिल है.
YouTube वीडियो के सुझाव देने के लिए, वीडियो शेयर करने और उन्हें पसंद और नापसंद करने से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा “कोई दिलचस्पी नहीं” और “यह चैनल न सुझाएं” जैसी प्रतिक्रिया के आधार पर भी वीडियो के सुझाव दिखाए जाते हैं. लोग अपनी-अपनी दिलचस्पी के आधार पर वीडियो देखते हैं. YouTube का सिस्टम, एक जैसी दिलचस्पी रखने वाले लोगों के देखे गए वीडियो की तुलना करता है और इस जानकारी के आधार पर काम के वीडियो के सुझाव दिए जाते हैं.
इस प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर रहे अलग-अलग व्यक्ति के हिसाब से हर सिग्नल काफ़ी अहम है. इसलिए, हमारा सिस्टम सुझाव देने के लिए हर बार एक ही फ़ॉर्मूला नहीं अपनाता. इसके बजाय, वीडियो में लोगों की दिलचस्पी बदलने के साथ-साथ हमारा सिस्टम भी उन्हें दिए जाने वाले सुझाव बदल देता है.
ये सुझाव और खोज के नतीजे कई चीज़ों के आधार पर तय होते हैं. लोग अपने वीडियो देखने के इतिहास या खोज इतिहास में किसी वीडियो को दिखने से रोक सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं. ऐसा मेरी Google गतिविधि पर जाकर किया जा सकता है. लोग होम पेज और वॉच पेज पर सुझावों के लिए विषय भी चुन सकते हैं या सुझाए गए कॉन्टेंट को हटा सकते हैं.
YouTube Search के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, YouTube Search के पेज पर जाएं. YouTube पर वीडियो के सुझाव देने की सुविधा कैसे काम करती है, इसके बारे में जानने के लिए, इस सुविधा के बारे में बताने वाले पेज पर जाएं. YouTube पर मिलने वाले सुझावों और खोज के नतीजों को मैनेज करने के लिए, YouTube के सहायता केंद्र पर जाएं.